New Railway Line Projects: केंद्र सरकार ने देश के कई राज्यों में नई रेल लाइनों के निर्माण को मंजूरी दे दी है. इस फैसले से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इन परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई है. आइए जानते हैं इन नई रेल लाइनों के बारे में विस्तार से.
नई रेल लाइनों का विवरण
कैबिनेट ने कुल आठ नई रेल लाइन परियोजनाओं को मंजूरी दी है. इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 24,657 करोड़ रुपये है. ये नई लाइनें सात राज्यों के 14 जिलों को कवर करेंगी. इनमें ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल शामिल हैं.
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नए स्टेशन और कनेक्टिविटी
इन परियोजनाओं के तहत कुल 64 नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे. इससे छह आकांक्षी जिलों – पूर्वी सिंहभूम, भद्राद्री कोठागुडेम, मलकानगिरी, कालाहांडी, नबरंगपुर और रायगढ़ को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. इन नई लाइनों से लगभग 510 गांवों और 40 लाख की आबादी को फायदा होगा.
पर्यटन को बढ़ावा
इन नई रेल लाइनों से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. उदाहरण के लिए, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल अजंता की गुफाओं को भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा. इससे बड़ी संख्या में पर्यटकों को सुविधा मिलेगी.
माल ढुलाई में वृद्धि
ये नई रेल लाइनें कृषि उत्पादों, उर्वरक, कोयला, लोहा अयस्क, स्टील, सीमेंट, बॉक्साइट, चूना पत्थर, एल्युमीनियम पाउडर, ग्रेनाइट, बैलास्ट और कंटेनरों जैसे सामानों के परिवहन के लिए महत्वपूर्ण मार्ग बनेंगी. इन परियोजनाओं से मालवाहन क्षमता में 143 मिलियन टन प्रति वर्ष की वृद्धि होने की उम्मीद है.