Kiratpur-Manali Expressway: किरतपुर-मनाली एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण हाईवे परियोजना है जो पंजाब और हिमाचल प्रदेश को जोड़ती है. इस एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा बनाया जा रहा है. यह प्रोजेक्ट किरतपुर से मनाली तक की दूरी को 232 किलोमीटर से घटाकर 197 किलोमीटर कर देगा. इससे चंडीगढ़ से मनाली तक का सफर तीन घंटे कम हो जाएगा. आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से.
Kiratpur-Manali Expressway की खास बातें:
Kiratpur-Manali Expressway का निर्माण 2,100 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. इसमें कुल 87 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जा रही है. इस प्रोजेक्ट में 5 टनल और 14 पुल बनाए गए हैं. सुरक्षा के लिए इसमें सीसीटीवी कैमरे और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) लगाए गए हैं. इस हाईवे पर अधिकतम गति सीमा 60 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है.
एक्सप्रेसवे के फायदे:
इस एक्सप्रेसवे के बनने से यात्रियों को कई फायदे होंगे. सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि चंडीगढ़ से मनाली तक का सफर तीन घंटे कम हो जाएगा. इससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी. NHAI का दावा है कि इस प्रोजेक्ट से हर साल 900-1000 करोड़ रुपये की बचत होगी. इसके अलावा, यह हाईवे सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में भी मदद करेगा.
प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति:
इस प्रोजेक्ट का किरतपुर-नेरचौक खंड अगस्त 2023 में ट्रायल बेसिस पर खोल दिया गया था. हालांकि, जुलाई 2023 में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण इस प्रोजेक्ट को काफी नुकसान हुआ. इसके चलते प्रोजेक्ट की समय सीमा दो साल बढ़ा दी गई है. अब इसके 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है.
नए सुरक्षा उपाय:
NHAI ने इस हाईवे पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई नए कदम उठाए हैं. इसमें 18 नए फुट ओवरब्रिज बनाने का फैसला किया गया है. ये ओवरब्रिज बिलासपुर, मंडी और कुल्लू जिलों में बनाए जाएंगे. इनकी कुल लागत 14.60 करोड़ रुपये होगी. इसके अलावा, NHAI ने IIT रुड़की के साथ मिलकर प्रोजेक्ट को फिर से डिजाइन करने का फैसला किया है ताकि इसे और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके.