Gorakhpur Bihar Highway: आप लोगों को बता दें कि उत्तर प्रदेश में एक नया फोरलेन हाईवे बनने जा रहा है जो 193 किलोमीटर लंबा होगा. यह हाईवे एक बड़ी परियोजना का हिस्सा है जिसकी कुल लंबाई 524 किलोमीटर होगी और यह दो राज्यों को जोड़ेगी. इस प्रोजेक्ट से न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से…
524Km लंबी हाइवे
यह नया फोरलेन हाईवे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से शुरू होकर बिहार के सीमावर्ती जिले सीवान तक जाएगा. इसकी कुल लंबाई 193 किलोमीटर होगी. यह हाईवे बड़ी परियोजना का हिस्सा है जो गोरखपुर से पटना तक जाएगी और जिसकी कुल लंबाई 524 किलोमीटर होगी.
Read More: 92Km का नया हाइवे जोड़ेगा 20 जिलों को, जिला की जमीनें जाएंगी करोड़ों में, देख लो अपने जिले का नाम
20,000 की कुल लागत
इस 193 किलोमीटर लंबे हाईवे के निर्माण पर लगभग 7,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक इस हाईवे का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए. पूरी 524 किलोमीटर की परियोजना पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
हाईवे से जुड़ने वाले प्रमुख शहर
इस हाईवे से कई प्रमुख शहर और कस्बे जुड़ेंगे. इनमें गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और सीवान शामिल हैं. इन शहरों के जुड़ने से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और लोगों को आवागमन में सुविधा होगी.
हाईवे के फायदे
इस हाईवे के बनने से कई फायदे होंगे. सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि गोरखपुर से पटना तक का सफर 12 घंटे से घटकर 6 घंटे का हो जाएगा. इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी. क्षेत्र में व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, खासकर बौद्ध सर्किट को.