Ganga Expressway Link: उत्तर प्रदेश में विकास की गति को और तेज करने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे से जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने की योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा जो दो जिलों के 57 गांवों से होकर गुजरेगा. यह नया मार्ग न केवल यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि इन क्षेत्रों के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा. आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में विस्तार से.
Ganga Expressway Link एक्सप्रेसवे का विस्तार
गंगा एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए 83.10 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. यह लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे के 44 किलोमीटर प्वाइंट से शुरू होगा. इस नए मार्ग से कई शहरों तक आना-जाना आसान हो जाएगा.
प्रभावित गांव और जिले
इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए दो जिलों के 57 गांवों से जमीन अधिग्रहित की जाएगी. हालांकि, सरकार ने अभी तक इन जिलों और गांवों के नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं. लेकिन यह स्पष्ट है कि इस परियोजना से इन गांवों की किस्मत चमकने वाली है.
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
इस लिंक एक्सप्रेसवे के बनने से कई फायदे होंगे:
- जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान होगा.
- गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ने के कारण पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी.
- प्रभावित गांवों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
- कृषि उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाना आसान होगा.
अन्य संभावित परियोजनाएं
गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ी कुछ अन्य परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है. इनमें शामिल हैं:
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तक वाया फर्रुखाबाद एक नया लिंक एक्सप्रेसवे.
- चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे.
ये परियोजनाएं उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों को और भी बेहतर तरीके से जोड़ेंगी.