Digital Highway: उत्तर प्रदेश में यातायात और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए एक नया कदम उठाया जा रहा है. राज्य में पहला डिजिटल हाइवे बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. यह हाइवे बाराबंकी से बहराइच के बीच बनेगा और लगभग 101 किलोमीटर लंबा होगा. इस चार लेन के हाइवे पर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे यात्रा न केवल सुरक्षित होगी बल्कि आरामदायक भी होगी. आइए जानते हैं इस डिजिटल हाइवे के बारे में विस्तार से.
Digital Highway की खास बातें
यह Digital Highway101 किलोमीटर लंबा होगा और चार लेन का बनेगा. इसके किनारे ऑप्टिक फाइबर केबल बिछाई जाएगी, जिससे भविष्य में सड़क को खोदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हाइवे पर 24 घंटे नेटवर्क की सुविधा होगी और एनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे. रात में पूरे हाइवे पर रोशनी की अच्छी व्यवस्था रहेगी.
सुरक्षा पर विशेष ध्यान
इस डिजिटल हाइवे पर सुरक्षा को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाएगा. आधुनिक रोड सेफ्टी सिस्टम लगाए जाएंगे, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके. चालकों को रास्ते में अलर्ट भी किया जाएगा, जिससे वे सतर्क रह सकें.
यात्रा होगी आरामदायक
डिजिटल हाइवे पर यात्रा करना बेहद आरामदायक होगा. बेहतर सड़क और आधुनिक सुविधाओं के कारण यात्रा का समय कम होगा और लोग तनाव मुक्त होकर सफर कर सकेंगे. रात में अच्छी रोशनी होने से ड्राइविंग आसान होगी.
क्षेत्र के विकास को मिलेगी गति
यह हाइवे लखनऊ, श्रावस्ती एयरपोर्ट, नेशनल हाइवे-27 और भारत-नेपाल सीमा से जुड़ेगा. इससे इन इलाकों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और विकास को गति मिलेगी. व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
निर्माण की योजना
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस हाइवे के लिए सर्वेक्षण शुरू कर दिया है. मार्च 2025 से इसका निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है. यह प्रोजेक्ट केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की मंजूरी से आगे बढ़ रहा है.