Delhi-Mumbai Expressway: आप लोगों को बता दें कि देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक और हिस्सा जनता के लिए खोल दिया गया है. इस एक्सप्रेसवे का 80 किलोमीटर लंबा खंड अब यात्रियों के लिए उपलब्ध है. यह खंड राजस्थान के दौसा से लेकर मध्य प्रदेश के रतलाम तक फैला हुआ है. इस नए खंड के खुलने से यात्रियों को काफी फायदा होगा और यात्रा का समय कम होगा. आइए जानते हैं इस नए खंड के बारे में विस्तार से.
नए खंड की विशेषताएं
इस 80 किलोमीटर लंबे खंड में 8 लेन हैं जिन्हें भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इस खंड पर यात्रियों के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं जैसे पेट्रोल पंप, रेस्ट एरिया और फूड कोर्ट. साथ ही, इस खंड पर कई फ्लाईओवर और अंडरपास भी बनाए गए हैं ताकि स्थानीय ट्रैफिक को परेशानी न हो.
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यात्रा समय में कमी
इस नए खंड के खुलने से दौसा से रतलाम तक की यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा. पहले इस दूरी को तय करने में लगभग 5-6 घंटे लगते थे, लेकिन अब यह दूरी सिर्फ 3-4 घंटे में तय की जा सकेगी. इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि ईंधन की भी बचत होगी.
पूरे एक्सप्रेसवे की जानकारी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,380 किलोमीटर है. यह एक्सप्रेसवे पूरा होने पर दिल्ली से मुंबई तक की दूरी को 24 घंटे से घटाकर 12 घंटे कर देगा. इस एक्सप्रेसवे पर 40 से ज्यादा बड़े शहर जुड़ेंगे जिससे इन शहरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी.
प्रोजेक्ट की लागत और इतने समय में होगा पूरा
इस पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 98,000 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक इस पूरे एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोल दिया जाए. अभी तक इस एक्सप्रेसवे का 80% काम पूरा हो चुका है.
एक्सप्रेसवे के फायदे
इस एक्सप्रेसवे के बनने से न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि इससे व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. साथ ही, इस एक्सप्रेसवे के आस-पास के क्षेत्रों में भी विकास होगा जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.