Delhi-Kashmir Direct train: भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण आने वाला है. जनवरी 2025 में, दिल्ली और कश्मीर के बीच पहली सीधी रेल सेवा शुरू होने जा रही है. यह परियोजना न केवल दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ेगी, बल्कि देश के विकास में एक नया अध्याय भी लिखेगी. इस रेल लाइन के शुरू होने से यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और यात्रियों को एक सुरक्षित और आरामदायक सफर मिलेगा. आइए इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में विस्तार से जानें.
परियोजना का इतिहास और महत्व
इस परियोजना की शुरुआत 1994 में हुई थी, लेकिन आतंकवाद के कारण इसमें देरी हुई. 2002 में इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया. यह रेल लाइन उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है. इस परियोजना का उद्देश्य कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ना है.
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रेल मार्ग और प्रमुख स्टेशन
यह रेल लाइन नई दिल्ली से शुरू होकर अंबाला, लुधियाना, जम्मू तवी, कटरा होते हुए श्रीनगर तक जाएगी. इस मार्ग पर कई महत्वपूर्ण शहर जैसे पठानकोट, कठुआ और उधमपुर भी आएंगे.
तकनीकी चुनौतियां और उपलब्धियां
इस परियोजना में कई तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इसमें 111 किलोमीटर लंबे खंड में 27 सुरंगें और 37 पुल शामिल हैं. चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल भी इसी परियोजना का हिस्सा है.
यात्रा का समय और सुविधाएं
इस रेल सेवा से दिल्ली से श्रीनगर का सफर महज 13 घंटे में पूरा हो जाएगा. इस रूट पर वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें चलाई जाएंगी. यात्रियों को आरामदायक और तेज यात्रा का अनुभव मिलेगा.