Vindhya Expressway: उत्तर प्रदेश के विकास में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में विंध्य एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी गई है. यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के विंध्य क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और इस क्षेत्र के विकास को नई गति देगा. आइए जानते हैं इस नए एक्सप्रेसवे के बारे में विस्तार से.
Vindhya Expressway का मार्ग और लंबाई
Vindhya Expressway की कुल लंबाई लगभग 300 किलोमीटर होगी. यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मिर्जापुर होते हुए वाराणसी तक जाएगा. इस दौरान यह कई महत्वपूर्ण शहरों और कस्बों को जोड़ेगा, जिससे इन क्षेत्रों का विकास तेजी से होगा.
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निर्माण की लागत और समय सीमा
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर लगभग 15,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. सरकार का लक्ष्य है कि इसे अगले 3 साल में पूरा कर लिया जाए. इस परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा.
एक्सप्रेसवे की विशेषताएं
विंध्य एक्सप्रेसवे शुरू में 4 लेन का होगा, जिसे बाद में 6 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा. इस पर वाहनों की अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. एक्सप्रेसवे पर कई बड़े पुल और फ्लाईओवर बनाए जाएंगे, जो इसे और भी सुरक्षित बनाएंगे.
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
विंध्य एक्सप्रेसवे से जुड़े क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी. इससे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. यात्रा समय कम होने से व्यापार और पर्यटन को भी फायदा होगा. प्रयागराज से वाराणसी का सफर जो अभी 5-6 घंटे का है, वह घटकर मात्र 3 घंटे का रह जाएगा.
पर्यावरण पर प्रभाव
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में पर्यावरण के मुद्दों का भी ध्यान रखा जाएगा. सड़क के किनारे पेड़ लगाए जाएंगे और जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाएगी. साथ ही, वन्यजीवों के लिए अंडरपास भी बनाए जाएंगे.
स्थानीय लोगों पर प्रभाव
यह एक्सप्रेसवे स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा. उन्हें बेहतर संपर्क, स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. इससे ग्रामीण क्षेत्रों का विकास भी तेज होगा.