Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो उत्तर प्रदेश के कई जिलों से होकर गुजरेगी. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली को देहरादून से जोड़ेगा और इसकी कुल लंबाई 210 किलोमीटर होगी. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण चार चरणों में किया जा रहा है और इसके दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है. आइए जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में विस्तार से.
बागपत से गुजरेगा एक्सप्रेसवे का पहला चरण
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का पहला चरण बागपत जिले से होकर गुजरेगा. यह खंड अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली से शुरू होकर बागपत के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) तक जाएगा. इस खंड की लंबाई 32 किलोमीटर होगी और इसमें 12 लेन होंगी. बागपत के पास खेकड़ा में यह एक्सप्रेसवे ईपीई से मिलेगा.
शामली और सहारनपुर से गुजरेगा दूसरा चरण
एक्सप्रेसवे का दूसरा चरण शामली और सहारनपुर जिलों से होकर गुजरेगा. यह खंड 118 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 6 लेन होंगी. इस खंड में 7 इंटरचेंज और 60 अंडरपास बनाए जाएंगे. यह खंड ईपीई से सहारनपुर बाईपास तक जाएगा.
सहारनपुर से गुजरेगा तीसरा चरण
तीसरा चरण सहारनपुर जिले में सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर तक जाएगा. इस खंड की लंबाई 40 किलोमीटर होगी और यह NH-307 से जुड़ेगा. यह खंड राजाजी नेशनल पार्क के दक्षिणी प्रवेश द्वार तक पहुंचेगा.
भदोही से नहीं गुजरेगा एक्सप्रेसवे
आपको बता दें कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भदोही जिले से नहीं गुजरेगा. भदोही उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में स्थित है, जबकि यह एक्सप्रेसवे राज्य के पश्चिमी हिस्से से होकर गुजरेगा.
Delhi-Dehradun Expressway के लाभ
इस एक्सप्रेसवे के बनने से उत्तर प्रदेश के इन जिलों का विकास तेजी से होगा. यातायात सुगम होने से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. दिल्ली से देहरादून की यात्रा का समय 6.5 घंटे से घटकर 2.5 घंटे हो जाएगा. इससे ईंधन की बचत होगी और प्रदूषण भी कम होगा.