Black Warrant: नेटफ्लिक्स पर एक नई वेब सीरीज आई है जिसका नाम है ब्लैक वारंट. यह शो तिहाड़ जेल के एक जेलर सुनील गुप्ता की कहानी पर आधारित है. विक्रमादित्य मोटवानी द्वारा निर्देशित इस सीरीज में जहान कपूर मुख्य भूमिका में हैं. इस शो में तिहाड़ जेल की अंदरूनी दुनिया और वहां के कैदियों की जिंदगी को दिखाया गया है. आइए जानते हैं इस शो के बारे में विस्तार से.
Black Warrant की कहानी
ब्लैक वारंट की कहानी 1980 के दशक में शुरू होती है. जहान कपूर सुनील गुप्ता नाम के एक नए जेलर के रूप में तिहाड़ जेल में नौकरी शुरू करते हैं. वहां वह जेल के भ्रष्टाचार और अन्याय से लड़ने की कोशिश करते हैं. इस दौरान उन्हें कई खतरनाक अपराधियों जैसे चार्ल्स शोभराज और बिल्ला-रंगा से भी सामना करना पड़ता है.
दमदार अभिनय
इस शो में सभी कलाकारों ने शानदार अभिनय किया है. जहान कपूर ने सुनील गुप्ता के किरदार को बखूबी निभाया है. उनकी मासूमियत और ईमानदारी दर्शकों को छू लेती है. राहुल भट्ट ने डीएसपी तोमर के रूप में एक कठोर अधिकारी का किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया है. सिद्धांत गुप्ता ने चार्ल्स शोभराज के रोल में दर्शकों को प्रभावित किया है.
रोचक कहानी और निर्देशन
विक्रमादित्य मोटवानी ने इस शो को बहुत ही रोचक तरीके से प्रस्तुत किया है. हर एपिसोड में कोई न कोई नया मोड़ आता है जो दर्शकों को बांधे रखता है. जेल की अंदरूनी दुनिया को बहुत ही यथार्थवादी तरीके से दिखाया गया है. कैदियों की जिंदगी, जेल के नियम-कानून और वहां का माहौल सब कुछ बहुत ही सटीक तरीके से पेश किया गया है.
तकनीकी पहलू
शो की सिनेमैटोग्राफी बेहद शानदार है. जेल के अंदर के दृश्यों को इस तरह से फिल्माया गया है कि दर्शक खुद को वहीं महसूस करने लगते हैं. बैकग्राउंड म्यूजिक भी कहानी के मूड के अनुसार है जो माहौल को और भी तनावपूर्ण बना देता है.
सामाजिक संदेश
ब्लैक वारंट सिर्फ एक मनोरंजक शो नहीं है बल्कि इसमें कई सामाजिक मुद्दों को भी उठाया गया है. जेल सुधार, कैदियों के अधिकार और न्याय व्यवस्था की खामियों पर भी इस शो में चर्चा की गई है. यह दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमारी जेल व्यवस्था वाकई में अपराधियों को सुधारने में सफल है.