Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए एक बड़ी योजना की घोषणा की है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत राज्य के 66 गांवों से जमीन अधिग्रहित की जाएगी. यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के विकास में एक नया अध्याय जोड़ने वाला है. आइए जानते हैं इस परियोजना के बारे में विस्तार से.
Ganga Expressway का विस्तार
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा. यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा होगा. इसके निर्माण के लिए 66 गांवों से जमीन ली जाएगी. इन गांवों में से अधिकतर मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ जिलों में स्थित हैं.
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जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
सरकार ने जमीन अधिग्रहण के लिए एक विशेष प्रक्रिया अपनाई है. किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा और उनके पुनर्वास का भी ध्यान रखा जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की जाएगी.
गंगा एक्सप्रेसवे के लाभ
इस एक्सप्रेसवे के बनने से कई लाभ होंगे:
- यात्रा का समय कम होगा.
- व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा.
- रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
- पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
- ग्रामीण क्षेत्रों का विकास होगा.