Upper Ganga Canal Expressway: मेरठ से देहरादून तक का सफर अब और भी आसान और तेज होने वाला है, क्योंकि Upper Ganga Canal Expressway का निर्माण तेजी से हो रहा है. यह एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा, मेरठ और हरिद्वार होते हुए देहरादून तक जाएगा. इसके बनने के बाद न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि इन इलाकों के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
एक्सप्रेसवे की लंबाई और रूट
Upper Ganga Canal Expressway की कुल लंबाई 150 किलोमीटर होगी. यह एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा से शुरू होकर मेरठ, हरिद्वार और रुड़की होते हुए देहरादून तक जाएगा. यह मार्ग उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है. इसके निर्माण से खासतौर पर उन लोगों को फायदा होगा जो इन शहरों के बीच नियमित यात्रा करते हैं.
यात्रा का समय होगा कम
इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद मेरठ से देहरादून तक का सफर सिर्फ 2 घंटे में पूरा किया जा सकेगा, जो वर्तमान में लगभग 4-5 घंटे का समय लेता है. 120 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार पर गाड़ियां इस एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भर सकेंगी. इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि यात्रियों को एक आरामदायक सफर का अनुभव भी मिलेगा.
संरचना और डिजाइन
Upper Ganga Canal Expressway को आधुनिक तकनीक और ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया जा रहा है. इसमें चार लेन होंगे, जिन्हें भविष्य में छह लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इसके अलावा, इसमें कई अंडरपास, फ्लाईओवर और पुल बनाए जा रहे हैं ताकि यातायात सुगम रहे. इस प्रोजेक्ट में पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके तहत सड़क किनारे पेड़ लगाए जाएंगे.
आर्थिक और सामाजिक विकास
इस एक्सप्रेसवे के बनने से आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा. व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी और लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. इसके अलावा, यह मार्ग पर्यटन स्थलों जैसे हरिद्वार और देहरादून की कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाएगा, जिससे इन क्षेत्रों में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी.
ग्रामीण इलाकों को मिलेगा फायदा
Upper Ganga Canal Expressway से आसपास के ग्रामीण इलाकों को भी सीधा फायदा होगा. इन क्षेत्रों में परिवहन सुविधाएं बेहतर होंगी और स्थानीय निवासियों को बड़े शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी. इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सेवाओं तक पहुंच आसान हो जाएगी.